Facts About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Revealed
किताबें, कहानियां, कविताओं के काफी करीब है, या तो बोलती नहीं है और जब बोलती है तो चुप नहीं होती। लिखना शौक है और पेशा भी।
डर दूर करने के तरीके उपाय
अपने अंदर के डर को कैसे दूर भगाएं
अपने परिवार को खोने के बाद भी उन्होंने डर को हराकर भारत के महानतम धावकों में नाम कमाया।
यदि आप किसी निश्चित समय सीमा या आगामी घटना के बारे में डर महसूस करते हैं, तो इसे अपने कार्य की योजना बनाने और सोच-समझकर तैयार करने के अवसर में बदल दें, फिर भले ये पेपर शुरू करना हो, प्ले के लिए प्रैक्टिस करना हो या फिर एक स्पीच के लिए प्रैक्टिस करना हो।
इस तरह के विचार मन में पनप रहे होते हैं जिनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं होता, यह सब हमारे अपने मन का खेल है जिसके चुंगल में हममें से अधिकतर लोग फंस जाते हैं
बिना नशा किये वो बहुत ज्यादा डरे डरे रहते हैं. उनके अन्दर पूरी तरह से डर बैठ चूका होता हैं. वहीँ जो लोग बिलकुल किसी तरह का नशा नहीं करते उनमें कहीं भी कुछ भी बोलने का साहस हमेशा रहता है.
ध्यान और माइंडफुलनेस हमें अपने विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह डर के पीछे की असल वजहों को उजागर करता है।
कपालभाति के चमत्कार – फायदे, नुकसान और कपालभाति प्राणायाम का सही तरीका
एम.बी.ए. के छात्र साहिब सिंह ने बताया कि एम.बी.ए. की परीक्षा के समय ध्यान-साधना उनके लिए जीवन रक्षक की तरह साबित हुई। हर परीक्षा से पहले उनको यही डर होता था कि जो पढ़ा है सब भूल जाएंगे। साहिब सिंह का get more info यही सवाल था कि अपने मन से डर को कैसे निकालें। इसके लिए उन्होंने ध्यान-साधना का सहारा लिया।
इसमें पीड़ित व्यक्ति को किसी भी चीज, स्थान, परिस्थिति और वस्तु को लेकर डर हो सकता है। डर लगने की स्थिति में अत्याधिक और ओवर रिएक्शन शामिल होता है। जब डर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो वह मानसिक विकार का रूप ले लेता है।
इसीलिए जो लोग हमेशा इस उलझन में रहते हैं की अपने दिल से इस डर को कैसे दूर करें या किसी तरह के घबराहट दूर करने के उपाय तरीके खोजते फिर रहे हैं.
अपने छोटे लक्ष्य पूरे करें – रोज़ाना की जीतें आपको मजबूत बनाती हैं।
आप को थोड़ा भय होना एक सहज बात है। जिस प्रकार भोजन में थोड़े नमक की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार आदर्शपूर्ण जीवन व्यतीत करने के लिए जीवन में थोड़ा भय होना आवश्यक है। कल्पना करें कि यदि किसी भी व्यक्ति को किसी भी बात का भय न हो, तो क्या होगा?